Cibil Score FD Trick: क्या आपका सिबिल स्कोर खराब है और लोन अप्रूवल में परेशानी का सामना कर रहे हैं? अगर हां, तो आप अकेले नहीं है। आज के समय में अच्छा क्रेडिट स्कोर न होना एक बड़ी मुश्किल बन गया है। लेकिन घबराइए नहीं, क्योंकि आज हम आपके लिए एक ऐसा तरीका लेकर आए हैं जिसके बारे में शायद ही आपने पहले कभी सुना होगा – FD के जरिए सिबिल स्कोर सुधारने का तरीका। यह आर्टिकल आपकी इसी परेशानी का हल है। इसे अंत तक जरूर पढ़ें, क्योंकि यहां हम आपको बिल्कुल सीधा और आसान भाषा में पूरी प्रक्रिया समझाएंगे। साथ ही, उन 5 गलतियों के बारे में भी बताएंगे जिन्हें आपको भूलकर भी नहीं करना है।

FD से कैसे सुधार सकते हैं आप अपना सिबिल स्कोर?

आपको बता दें, FD यानि Fixed Deposit सिर्फ पैसा जमा करने का जरिया नहीं है। अगर आपका सिबिल स्कोर कम है और आपको जल्दी ही कोई लोन चाहिए, तो FD आपके लिए एक कमाल का ऑप्शन साबित हो सकती है। दरअसल, कई बैंक और NBFCs सेक्योर्ड क्रेडिट कार्ड या लोन देते हैं, जिसके लिए आपको अपनी FD को गिरवी रखना होता है। चूंकि बैंक के पास आपकी FD as security होती है, इसलिए वो आपको आसानी से लोन या क्रेडिट कार्ड दे देते हैं। इस क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल और समय पर बिल भरने से आपका सिबिल स्कोर धीरे-धीरे सुधरने लगता है। यह तरीका उन लोगों के लिए एक वरदान की तरह है जिनकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब है या है ही नहीं।

1. FD की रकम को नजरअंदाज न करें

सबसे पहली और बड़ी गलती जो लोग करते हैं, वह है FD की रकम को कम आंकना। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आप जितनी बड़ी FD करवाएंगे, उतना ही बड़ा क्रेडिट लिमिट आपको मिलेगा। अगर आप बहुत छोटी रकम की FD करवाते हैं, तो हो सकता है कि उससे मिलने वाला क्रेडिट लिमिट आपकी जरूरत के हिसाब से काफी न हो। इसलिए, अपनी आमदनी और जरूरत को देखते हुए ही FD करवाने का फैसला लें।

2. बैंक की बातों पर पूरी तरह भरोसा न करें

आपकी जानकारी के लिए बता दें, हर बैंक अपने सेक्योर्ड क्रेडिट कार्ड या लोन की अलग-अलग शर्तें होती हैं। कोई भी कदम उठाने से पहले यह जरूर पता कर लें कि क्या बैंक आपकी FD के against क्रेडिट कार्ड दे रहा है और क्या वह आपके क्रेडिट एक्टिविटी की जानकारी CIBIL या अन्य क्रेडिट ब्यूरो को भेजता है। अगर बैंक यह जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को नहीं भेजेगा, तो आपके समय पर भुगतान का कोई फायदा नहीं होगा और आपका स्कोर नहीं सुधरेगा।

3. EMI या क्रेडिट कार्ड बिल भरने में लापरवाही

यह सबसे जरूरी पॉइंट है। FD के बाद मिलने वाले लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान हमेशा समय पर करें। सूत्रों के मुताबिक, आपके सिबिल स्कोर का 35% हिस्सा सिर्फ आपके पेमेंट हिस्ट्री पर निर्भर करता है। एक भी देरी से भुगतान आपकी मेहनत पर पानी फेर सकता है। अपना बिल भरने की डेट को याद रखने के लिए रिमाइंडर लगाना एक अच्छा तरीका हो सकता है।

4. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो का ध्यान न रखना

मान लीजिए आपको 50,000 रुपये का क्रेडिट लिमिट मिला है, तो इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप हर महीने पूरे 50,000 रुपये खर्च कर दें। आमतौर पर, आपको अपने कुल लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ज्यादा क्रेडिट का इस्तेमाल करने से क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो बढ़ जाता है, जिसका आपके स्कोर पर बुरा असर पड़ सकता है। समझदारी से और कम खर्च करें।

5. एक साथ कई अप्लिकेशन न डालें

FD के आधार पर लोन या क्रेडिट कार्ड लेते समय एक साथ कई बैंकों में अप्लाई करने की गलती बिल्कुल न करें। हर बार जब आप किसी नए क्रेडिट के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपका क्रेडिट इन्क्वायरी करता है। ज्यादा क्रेडिट इन्क्वायरी आपके सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए, पहले एक ही बैंक में अप्लाई करें और उसका रिजल्ट आने का इंतजार करें।

निष्कर्ष

FD के जरिए सिबिल स्कोर सुधारने का तरीका वाकई में कारगर है, लेकिन तभी जब आप ऊपर बताई गई इन 5 गलतियों से बचें। यह प्रक्रिया थोड़ा समय ले सकती है, लेकिन अगर आप नियमित और अनुशासित तरीके से इसे फॉलो करेंगे, तो निश्चित ही कुछ महीनों में आपको अपने सिबिल स्कोर में बढ़ोतरी नजर आएगी। अपने आर्थिक स्वास्थ्य को सुधारने की इस यात्रा में यह तरीका आपकी पहली सीढ़ी हो सकती है। सही जानकारी के साथ आगे बढ़ें और अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को हासिल करें।